वाराणसी। लंका थाना क्षेत्र के बीएचयू में गत सात सितम्बर को बीएचयू आवास में निवास करने वाले वेद प्रकाश सिंह को बगल में काम कर रहे मजदूर श्रीकांत ने आंख में हमलाकर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। पीड़ित ने तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाया तो लंका पुलिस ने हरिजन उत्पीड़न का आरोप लगाकर कार्यवाही करने से इन्कार कर दिया।

पीड़ित वेद प्रताप सिंह ने बताया कि बीएचयू परिसर स्थित जोधपुर कालोनी में आवास है। पीड़ित के मकान से सटे मकान में मजदूर कार्य कर रहा था, उस दौरान मजदूर ने पीड़ित का दीवाल क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे पीड़ित ने मजदूर श्रीकांत को समझाने का प्रयास किया तो उसने जोरदार घूसे से पीड़ित के आंख में हमलाकर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। पीड़ित का आरोप है कि तत्काल शिकायत लेकर अपनी पत्नी के साथ बीएचयू पुलिस चौकी पर गया तो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने आंख में गम्भीर चोट लगने के वावजूद भी पीड़ित का प्राथमिक उपचार नही कराया और समझौता करने का नाजायज दबाव बनाया गया। आरोप है कि गम्भीर रूप से घायल होने के कारण पीड़ित ने अपने सहयोगी मंगल यादव की मदद से थाना में लिखित शिकायत प्रस्तुत किया और अपना निजी व सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया। आरोप है कि लम्बे समयांतराल बाद बीएचयू चौकी प्रभारी सौरभ तिवारी ने फोन पर पीड़ित से सम्पर्क कर पीड़ित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की धमकी दिया जाने लगा और कहा गया कि हरिजन एक्ट में तुम्हारे खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा अन्यथा पुलिस चौकी आकर आरोपी से समझौता कर लो। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस की धमकी से पीड़ित का परिवार सदमे में है। पीड़ित का आरोप है कि मजदूर श्रीकांत को पहले से न तो जानता था और न ही किसी सार्वजनिक स्थान पर कोई घटना ही हुई है।








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