
भेलुपुर थाना क्षेत्र के बड़ी पाटिया इलाके में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसे में सात वर्षीय मासूम आदर्श की मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब वह खेलते-खेलते एक निर्माणाधीन अपार्टमेंट की नींव के लिए खोदे गए गड्ढे के पास चला गया और उसमें गिर गया। गड्ढे में भरे पानी में डूबने से उसकी जान चली गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पास में खेल रहे बच्चों ने गड्ढे से बुलबुले निकलते देख शोर मचाया, जिसके बाद आसपास के लोग मौके पर दौड़े और मासूम को बाहर निकाला। परिजन उसे तत्काल अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में आक्रोश फैल गया। गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने बड़ी पाटिया-ककरमता मार्ग पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया। मौके पर भेलुपुर एसीपी गौरव कुमार और थानाध्यक्ष सुधीर कुमार त्रिपाठी फोर्स के साथ पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन लोग त्रिदेव ग्रुप के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि त्रिदेव ग्रुप के निर्माण कार्य से जुड़े कर्मचारियों को पहले भी कई बार गड्ढा पाटने के लिए कहा गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे यह हादसा हुआ। मौके पर पहुंचे कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने भी परिजनों से मुलाकात की और घटना पर दुख जताया। बच्चे की माँ को बिलखते देख विधायक सौरभ भी रो पड़े। विधायक वहीँ सड़क पर परिवार के साथ बैठ गए। परिजनों ने कहा कि वह मुकदमा नही लड़ सकेंगे। माता-पिता को यथासंभव मुआवजा दिलवा दीजिए। विधायक ने बिल्डर से इस गरीब परिवार के लिए अधिक से अधिक मुआवजा देने का आग्रह किया, जिसे बिल्डर ने मान लिया। साथ ही विधायक ने आपदा राहत कोष से अनुमन्य धनराशि देने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिया। मुआवजे की राशि मिलने तक विधायक वहीं रुके रहे। देर शाम विधायक ने बच्चे के शरीर को सड़क से स्वयं उठाकर उसके घर पहुंचाया। विधायक सौरभ के साथ महानगर महामंत्री अशोक पटेल, पार्षद गण मदन मोहन तिवारी, नवनीत पांडेय अतुल, मण्डल अध्यक्ष जीतेन्द्र पटेल, पूर्व पार्षद अजय गुप्ता, प्रिंस केसरी, अमरनाथ पटेल, रोहित गुप्ता, सुमित पांडेय, अमित गुप्ता, अनूप सिंह, अनुज पांडेय, गोविंद वर्मा, धर्मेंद्र पाल, मोनू मिश्रा, सतीश राजभर, प्रभु पटेल, अनवर अहमद व अन्य कई कार्यकर्ता अन्तिम यात्रा में सम्मिलित हुए।
