Chandauli News: त्याग और भाईचारे का पर्व: चंदौली में हर्षोल्लास से मनाई गई ईद-उल-अजहा
सुनील कुमार
चंदौली
Chandauli News:चंदौली जिले में शनिवार को ईद-उल-अजहा का त्योहार पारंपरिक उत्साह और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया गया। सुबह से ही जिले भर के ईदगाहों में नमाजियों की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने खुदा की बारगाह में सजदा कर अमन-चैन और खुशहाली की दुआएं मांगी। जिला मुख्यालय स्थित ईदगाह में सुबह 7:30 बजे विशेष नमाज अदा की गई, जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में शिरकत की। नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी और खुशियां साझा कीं।
बलिदान की याद और समाज सेवा का संकल्प
नौगढ़ क्षेत्र में ईद-उल-अजहा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए समाजसेवी बिसमिल्लाह ने बताया कि यह पर्व हजरत इब्राहिम के महान बलिदान की याद दिलाता है।अल्लाह ने उनकी परीक्षा लेने के लिए अपनी सबसे प्रिय चीज की कुर्बानी मांगी थी, जिस पर हजरत इब्राहिम ने बिना किसी हिचकिचाहट के अपने बेटे की कुर्बानी देने का फैसला किया। जब उन्होंने अपनी आंखें खोलीं तो उन्होंने अपने बेटे की जगह एक बकरे को कुर्बान पाया। इसी घटना की याद में इस दिन बकरे की कुर्बानी देने की प्रथा है। उन्होंने आगे कहा कि यह पर्व त्याग और बलिदान की भावना को दर्शाता है और समाज में भाईचारे और एकता को बढ़ावा देता है।
तीन हिस्सों में बंटा गोश्त, जरूरतमंदों तक पहुंची खुशियां
ईद-उल-अजहा पर कुर्बानी के बाद बकरे के गोश्त को तीन हिस्सों में बांटने की परंपरा है। पहला हिस्सा परिवार के लिए, दूसरा दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए और तीसरा हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों में वितरित किया जाता है। इस परंपरा का पालन करते हुए जिले भर में लोगों ने अपनी खुशियों को दूसरों के साथ बांटा।
शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ पर्व
जिले के नौगढ़, चकिया, शहाबगंज, मुगलसराय, चंदौली, धीना, नियामताबाद, सकलडीहा और धानापुर सहित सभी ब्लॉकों के ईदगाहों में ईद-उल-अजहा की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न हुई। इस अवसर पर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए थे, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। जिले भर में ईद-उल-अजहा का पर्व आपसी भाईचारे और सद्भाव के साथ संपन्न हुआ।
