भारतीय खाद्य निगम उत्तर अंचल के तत्वावधान में दि. 10.09.2025 एवं दि.11.09.2025 को वाराणसी में कार्यालय प्रमुखों के लिए “विशेष हिंदी कार्यशाला” का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में उत्तर अंचल के महाप्रबंधक (क्षेत्र) एवं मंडल प्रबंधक ने भाग लिया ।

श्री सचिन्द्र कुमार पटनायक, भा.रे.भं.से. कार्यकारी निदेशक (उत्तर) नोएडा ने कार्यशाला की अध्यक्षता की । उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी राजभाषा ही नही बल्कि हमारे कार्य-कलापों को जनता से जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम भी है। इस कार्यशाला का उद्देश्य केवल हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देना ही नही बल्कि इसे हमारे प्रशासनिक, तकनीकी और दैनंदिनी कार्यों में सहज एवं प्रभावी ढ़ंग से लागू करना भी है।
कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए श्री प्रशांत शर्मा, भा.प्र.से महाप्रबंधक (उत्तर प्रदेश क्षेत्र) ने कहा कि विशेष रूप से वाराणसी हिंदी एवं भारतीय साहित्स से जुड़ाव अत्यंत समृद्ध एवं गौरवपूर्णं हैं। यह नगर हिंदी संस्कृत और अन्य भारतीय भाषाओं के विकास का प्रमुख केंद्र रहा है। यहां से गोस्वामी तुलसीदास जैसे महाकवियों ने रामचरित्र मानस जैसी अमूल्य रचाएं देकर लोक भाषा में धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना का प्रसार किया ।
इस कार्यशाला में अतिथि वक्ता के रूप में डॉ रामसुधार सिंह जी ने “हिंदी की चुनौतियां” पर और श्री श्री भगवान पाण्डेय, राजभाषा अधिकारी सेवानिवृत्त ने “राजभाषा नीति-नियम” पर अपना व्याख्यान दिया । भारतीय खाद्य निगम के उप-महाप्रबंधक (राजभाषा) डॉ ए.वी. राव द्वारा ई-ऑफिस में हिंदी नोटिंग एवं पत्राचार के बढ़ाने के उपाय एवं राजभाषा टूल्स पर व्याख्यान दिया । श्री पुखराज मीणा, सहायक महाप्रबंधक (राजभाषा) ने कार्यक्रम का संचालन किया ।
इस दो दिवसीय कार्यशाला के दौरान कवि सम्मेलन का भी आयोजन जिसमें विश्व प्रसिद्ध हास्य कवि श्री विजेंद्र कुमार मिश्र “दमदार बनारसी” श्री प्रशांत बजरंगी, सुश्री विभा सिंह एवं सलीम शिवालवी जी नें प्रस्तुति दी गई।
अंत में प्रबंधक श्री हनुमंत सचान, प्रबंधक (राजभाषा) श्री महेंद्र प्रताप शर्मा, श्री चंद्रपाल जी एवं डॉ प्रज्ञापति कश्यप ने कार्यशाला संचालन में सहयोग दिया।








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