July 14, 2025 1:04 am

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Chandauli News:भैसौड़ा वृहद भेड़ प्रजनन प्रक्षेत्र बदहाल, कभी कांग्रेस की शान, अब उपेक्षा का शिकार

Chandauli News:भैसौड़ा वृहद भेड़ प्रजनन प्रक्षेत्र बदहाल, कभी कांग्रेस की शान, अब उपेक्षा का शिकार
     सुनील कुमार
       चंदौली
Chandauli News:चंदौली जिले के नौगढ़ स्थित वृहद भेड़ प्रजनन प्रक्षेत्र भैसौड़ा, जो कभी अपनी उन्नत नस्ल की भेड़ों और उच्च गुणवत्ता वाले ऊन के लिए जाना जाता था, आज शासन और प्रशासन की घोर उपेक्षा का शिकार है। कांग्रेस के शासनकाल में स्थापित यह महत्वपूर्ण प्रक्षेत्र अपने शुरुआती दौर में प्रगति के पथ पर तेजी से अग्रसर था। हालांकि, प्रदेश में गैर-कांग्रेसी सरकारें आने के बाद से ही इसकी अनदेखी लगातार जारी है, जिसके चलते इसकी स्थिति दिनोंदिन खराब होती जा रही है।

 

कर्मचारियों की कमी और अनियमितता से जूझ रहा प्रक्षेत्र

एक समय था जब इस प्रक्षेत्र में सभी स्वीकृत पद भरे हुए थे और कामकाज सुचारू रूप से चलता था। लेकिन वर्तमान में स्थिति यह है कि यहां अधिकांश महत्वपूर्ण पद खाली पड़े हैं, जिससे कार्य प्रभावित हो रहा है। इसके साथ ही, प्रक्षेत्र में भेड़ों की संख्या में भी भारी कमी आई है,जो इसकी बदहाली को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।
सबसे आश्चर्यजनक और चिंताजनक बात यह है कि इस प्रक्षेत्र में कुछ ऐसे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी हैं जिनकी नियुक्ति तो यहां है, लेकिन वे वास्तव में यहां काम नहीं करते। उनके स्थान पर कोई और व्यक्ति कार्य करता है, और उस व्यक्ति को वेतन मूल रूप से नियुक्त कर्मचारी द्वारा दिया जाता है। यह अनियमितता विभाग की कथित मिलीभगत या लापरवाही के कारण बदस्तूर जारी है।

अतिक्रमण का बढ़ता साया, परियोजना निदेशक बेखबर

प्रक्षेत्र की अधिकांश भूमि पर अतिक्रमण का साया मंडरा रहा है। स्थानीय लोगों और दबंगों द्वारा धीरे- धीरे इसकी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है,लेकिन परियोजना निदेशक इस गंभीर समस्या के प्रति पूरी तरह से उदासीन बने हुए हैं। उनकी निष्क्रियता के चलते प्रक्षेत्र की बेशकीमती जमीन खतरे में पड़ती जा रही है।

पशुधन प्रसार अधिकारी प्रशिक्षण केंद्र भी बंद

इस प्रक्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, पशुधन प्रसार अधिकारी प्रशिक्षण केंद्र भी पिछले कई वर्षों से बंद पड़ा है। शासन द्वारा पशुधन प्रसार अधिकारियों (LU) की भर्ती न होने के कारण यह केंद्र निष्क्रिय हो गया है।

उत्तर प्रदेश का इकलौता प्रक्षेत्र उपेक्षित

यह भेड़ प्रजनन प्रक्षेत्र न केवल चंदौली जिले बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश का एकमात्र ऐसा प्रक्षेत्र है। इसके बावजूद, शासन और प्रशासन द्वारा इसकी लगातार उपेक्षा समझ से परे है। यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह अपनी पहचान और उद्देश्य खो देगा।
जब इस गंभीर मुद्दे पर प्रक्षेत्र के परियोजना निदेशक डॉ. नीरज मिश्रा से बात की गई, तो उन्होंने इस समस्या पर कोई स्पष्ट और ठोस जवाब नहीं दिया, बल्कि गोलमोल बातें करते नजर आए। उनकी प्रतिक्रिया से ऐसा लगता है कि या तो वे समस्या की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं या फिर इस पर कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।

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Author: Liveupweb

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