July 14, 2025 12:36 am

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थानाध्यक्ष चकरघट्टा कि ग्रामीणों ने दी भाव  भीनी विदाई,लोगों का स्नेह देख थाना अध्यक्ष भी हुए भावुक

 

 

 

थानाध्यक्ष चकरघट्टा कि ग्रामीणों ने दी भाव  भीनी विदाई,लोगों का स्नेह देख थाना अध्यक्ष भी हुए भावुक

Chandauli News:विदाई के रंग, कर्तव्य पथ का नया पड़ाव: चकरघट्टा ने नम आँखों से दी थानाध्यक्ष को विदाई

 

   सुनील कुमार
      चंदौली

Chandauli News:चंदौली जनपद के शांत अंचल चकरघट्टा थाने में बीती शाम एक भावुक दृश्य उपस्थित हुआ, जब कर्तव्यनिष्ठ थानाध्यक्ष भूपेन्द्र कुमार निषाद अपने नए गंतव्य की ओर प्रस्थान करने के लिए तैयार थे। उनकी सेवाओं की सुगंध चकरघट्टा के कण-कण में व्याप्त थी, जिसे महसूस करते हुए ग्राम प्रधान, सहकर्मी और गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें अश्रुपूरित विदाई दी।

 

कर्मठता की मिसाल, सौहार्द का सागर

भूपेन्द्र कुमार निषाद, एक ऐसा नाम जो चकरघट्टा की फिजाओं में शांति और सुरक्षा का पर्याय बन चुका था। अपने कार्यकाल में उन्होंने जिस निष्ठा और समर्पण का परिचय दिया, वह अविस्मरणीय है। ग्राम प्रधान संजय यादव ने उनके गुणों की सराहना करते हुए कहा कि थानाध्यक्ष निषाद ने सदैव क्षेत्र में अमन चैन स्थापित करने को प्राथमिकता दी। उनकी सहजता और संवेदनशीलता ने उन्हें जनमानस के हृदय में एक विशेष स्थान दिलाया। हर फरियादी की समस्या को उन्होंने अपनी समस्या समझा और त्वरित न्याय दिलाने का हर संभव प्रयास किया।

सहकर्मियों की स्मृतियों में अमिट छाप

थाने के उप निरीक्षक वीरेन्द्र कुमार यादव ने भी अपने प्रिय अधिकारी के साथ बिताए पलों को याद किया। उन्होंने कहा कि थानाध्यक्ष निषाद ने हमेशा एक बड़े भाई और कुशल मार्गदर्शक की भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में कार्य करना एक अनमोल अनुभव रहा, जहाँ कर्तव्यनिष्ठा के साथ-साथ टीम भावना का भी उत्कृष्ट उदाहरण देखने को मिला। निषाद सदैव अपने सहकर्मियों के साथ चट्टान की तरह खड़े रहे, जिससे कार्य करने का वातावरण हमेशा सकारात्मक और ऊर्जावान बना रहा।

स्नेह और सम्मान का संगम

विदाई समारोह में सियाराम यादव, लाल साहब,पिंटू यादव,मौलाना यादव शिव सागर,अभिषेक पाल, महिला आरक्षी राखी, शैलेन्द्र और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ-साथ अनेक प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित थे। सभी की आँखों में थानाध्यक्ष के प्रति गहरा स्नेह और सम्मान झलक रहा था। कंठ अवरुद्ध थे, लेकिन हर जुबान पर निषाद के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ थीं। यह विदाई केवल एक अधिकारी का स्थानांतरण नहीं था, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति के प्रति कृतज्ञता का ज्ञापन था जिसने अपने कार्यों से चकरघट्टा के लोगों के दिलों को जीता था।

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Author: Liveupweb

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