स्पाइरोमीटर से अब होगा श्वसन रोगों का सटीक निदान -सीएमओ
वाराणसी, 08 नवम्बर 2025 सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सकों को शनिवार को स्पाइरोमीटर के उपयोग एवं उसकी रीडिंग के अनुसार रोगों की पहचान के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी की अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से आयोजित हुआ।
प्रशिक्षण के दौरान डॉ. चौधरी ने बताया कि स्पाइरोमीटर एक अत्यंत उपयोगी उपकरण है, जिससे मरीज के फेफड़ों की क्षमता और श्वसन दक्षता को मापा जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई मरीज सांस लेने में तकलीफ, खांसी या अन्य श्वसन संबंधी समस्या लेकर चिकित्सालय में आता है, तो उसकी स्पाइरोमेट्री जांच से बीमारी का सही आकलन किया जा सकता है। उन्होंने चिकित्सकों को समझाया कि स्पाइरोमीटर के माध्यम से दमा (अस्थमा), सीओपीडी, ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियों की पहचान कर समय पर और प्रभावी उपचार किया जा सकता है।

सीएमओ ने बताया कि इस उपकरण के प्रयोग से श्वसन रोगों की प्रारंभिक अवस्था में ही पहचान संभव होगी, जिससे मरीज की हालत बिगड़ने से पहले ही उचित इलाज मिल सकेगा।उन्होंने ने सभी चिकित्सकों को निर्देशित किया कि वे अपने केंद्रों पर आने वाले श्वसन रोगियों की जांच में स्पाइरोमीटर का नियमित उपयोग सुनिश्चित करें और प्राप्त रीडिंग के अनुसार ही आगे का इलाज तय करें।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य स्वास्थ्य केंद्रों पर श्वसन संबंधी बीमारियों की शीघ्र पहचान, उपचार की गुणवत्ता में सुधार, और जनमानस को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।








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