सड़क चौड़ीकरण में बंद हुआ मुख्य नाला, गोदामों में घुसा पानी
**********
व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा सिगरा, मंत्री डॉ. दयालु से की शिकायत
**********
चांदपुर में नाला बंद होने से व्यापारी परेशान, बारिश में गोदामों में घुसा पानी
**********
वाराणसी 06 जुलाई:– चांदपुर क्षेत्र में सड़क चौड़ीकरण के चलते मुख्य नाले को बंद कर दिए जाने के कारण वहां स्थित व्यापारियों के गोदामों में बारिश का पानी भरने लगा है। इसके चलते महंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, सामग्री व स्टॉक खराब होने की आशंका बढ़ गई है। प्रभावित व्यापारियों ने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
गैलेक्सी हॉस्पिटल के निदेशक एवं वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजीव कुमार गुप्ता के नेतृत्व में चांदपुर क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ से उनके सिगरा स्थित कैंप कार्यालय पर मिला। व्यापारियों ने बताया कि बाटा मोड़ तिराहे के पास गांधी क्लॉथ के बगल में चल रहे सड़क चौड़ीकरण कार्य के दौरान विभाग ने मुख्य नाले को पूरी तरह से बंद कर दिया है, जिससे जल निकासी की व्यवस्था बाधित हो गई है। नतीजतन हल्की बारिश में ही पानी का बहाव रुककर व्यापारिक प्रतिष्ठानों में प्रवेश कर रहा है।
आयुष मंत्री ने डीएम से की बात, समस्या के शीघ्र समाधान का दिया निर्देश
व्यापारियों की शिकायत सुनने के बाद आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु ने तत्काल जिलाधिकारी से दूरभाष पर वार्ता कर मामले की गंभीरता से जानकारी दी और शीघ्र समाधान हेतु निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट किया कि शासन और सरकार की मंशा यह है कि विकास कार्यों के दौरान आमजन विशेषकर व्यापारिक वर्ग को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि गोदामों में पानी का प्रवेश केवल आर्थिक हानि ही नहीं बल्कि सरकारी कार्यों,योजनाओं की छवि पर भी प्रभाव डाल सकता है। अतः इस मामले में लापरवाही किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं होगी।
इस अवसर पर मिलने वाले व्यापारियों में डॉ. राजीव कुमार गुप्ता के साथ गौरव राठी, शशांक अग्रवाल, साकेत गुप्ता, संजीव श्रीवास्तव, अमितेश गुप्ता, राकेश मित्तल, अजय सर्राफ, मनोज सेठ, रितेश शर्मा, दीपक अग्रवाल, आशुतोष जायसवाल, शिवांशु गुप्ता, विवेक तिवारी सहित अन्य लोग मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में नाला पुनः खोलने या वैकल्पिक निकासी व्यवस्था शीघ्र बहाल करने की मांग की।
